भटके हुए मन को मिली है
राह सी कोई…
अंधेरो के बादल हटा आई है
रोशनी कोई…
समय ने अपना समय बदला है…
दिल को मेरे कुछ सुकून सा मिला है…
इन होठो पे लौट आई है
मुस्कान सी कोई…
भटके हुए मन को मिली है
राह सी कोई…
अंधेरो के बादल हटा आई है
रोशनी कोई…
समय ने अपना समय बदला है…
दिल को मेरे कुछ सुकून सा मिला है…
इन होठो पे लौट आई है
मुस्कान सी कोई…