जाते जाते कर गए…
वो हमको यूँ मजबूर…
ये दिल मेरा ना रहा…
कर बैठा था ये भूल…
अब किससे करे शिकवा…
क्या गिला करे..
गलती की तो सज़ा पाई…
होना था ही इसे चूर….
जाते जाते कर गए…
वो हमको यूँ मजबूर…
ये दिल मेरा ना रहा…
कर बैठा था ये भूल…
अब किससे करे शिकवा…
क्या गिला करे..
गलती की तो सज़ा पाई…
होना था ही इसे चूर….