शिद्दत भी थी ईमान भी था…
हर दुआ में उनका नाम भी था..
ना मिले वो,
इसमें खुदा की कोई मर्ज़ी थी…
गर मिल जाते तो साथ जीना दुश्वार ही था….
शिद्दत भी थी ईमान भी था…
हर दुआ में उनका नाम भी था..
ना मिले वो,
इसमें खुदा की कोई मर्ज़ी थी…
गर मिल जाते तो साथ जीना दुश्वार ही था….
Kya baat kya baat
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😊
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